आज की इंटरनेट लाइफस्टाइल में मास्टर्बेशन (हस्तमैथुन) (Kya Masturbation Karna Sahi Hai?) को बहुत सामान्य और “हेल्दी” बताया जाता है। लेकिन हकीकत यह है कि जब यह आदत बार-बार और मजबूरी बन जाए तो इसके साइड इफेक्ट्स गंभीर हो सकते हैं। खासकर पुरुषों में, यह न केवल सेक्स लाइफ बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी गहराई से प्रभावित करता है।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि Masturbation Karne ke 5 nuksan कौन से हैं और यह आपकी ज़िंदगी को कैसे प्रभावित करते हैं।
मास्टर्बेशन के 5 नुकसान – Masturbation Karne Ke 5 Nuksan
1. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction)
मास्टर्बेशन का सबसे आम और गंभीर साइड इफेक्ट है ED यानी इरेक्शन न होना या लंबे समय तक न टिकना।
- पोर्न और बार-बार हस्तमैथुन करने से दिमाग केवल कृत्रिम (artificial) उत्तेजना का आदी हो जाता है।
- पार्टनर के साथ संबंध बनाते समय शरीर उसी उत्तेजना को मिस करता है।
- कई पुरुष आधे-अपूरा इरेक्शन के साथ संघर्ष करते हैं।
👉 क्लिनिक के आंकड़े बताते हैं कि 70% युवा मरीजों में ED का कारण अत्यधिक मास्टर्बेशन है।
2. प्रीमेच्योर इजैक्युलेशन (जल्दी स्खलन)
Masturbation side effects on sex में दूसरा बड़ा नुकसान है जल्दी स्खलन।
- हस्तमैथुन के दौरान पुरुष अक्सर जल्दी-जल्दी खत्म करने की आदत डाल लेते हैं।
- यह आदत शरीर को ट्रेन कर देती है कि असली सेक्स में भी नियंत्रण (control) खो दें।
- नतीजा: पार्टनर असंतुष्ट और रिश्ते में तनाव।
👉 ऐसे कई केस सामने आए हैं जहां शादी के बाद भी पुरुष 1–2 मिनट से ज्यादा टिक नहीं पाते।
3. लो सेक्सुअल अराउज़ल और लिबिडो ड्रॉप
बार-बार पोर्न देखने और मास्टर्बेशन करने से दिमाग का डोपामिन सिस्टम असंतुलित हो जाता है।
- धीरे-धीरे सामान्य अंतरंगता (touch, kiss, romance) से उत्तेजना कम होने लगती है।
- पार्टनर के साथ सेक्स में आनंद नहीं मिलता।
- कई पुरुष शिकायत करते हैं: “पोर्न के बिना मुझे अराउज़ल ही नहीं आता।”
👉 यह सीधा संकेत है कि दिमाग की प्राकृतिक क्षमता (natural sexual response) कमजोर हो चुकी है।
4. टेस्टोस्टेरोन लेवल में गिरावट
टेस्टोस्टेरोन पुरुषों की ताकत, एनर्जी और सेक्स ड्राइव का मुख्य हार्मोन है।
- अत्यधिक मास्टर्बेशन से इस हार्मोन का स्तर धीरे-धीरे कम होता है।
- नतीजे में थकान, मसल लॉस, वजन घटना और आत्मविश्वास की कमी होती है।
- लॉन्ग-टर्म में लो टेस्टोस्टेरोन डिप्रेशन और बंध्यता (infertility) तक ला सकता है।
👉 एक रिसर्च के अनुसार, बार-बार स्खलन करने से शरीर में प्रोलैक्टिन और कोर्टिसोल बढ़ता है, जो टेस्टोस्टेरोन को दबा देता है।
5. मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों पर असर
मास्टर्बेशन केवल शरीर को ही नहीं, बल्कि दिमाग और रिश्तों को भी नुकसान पहुँचाता है।
- बार-बार करने के बाद गिल्ट और शर्मिंदगी महसूस होती है।
- आत्मविश्वास और फोकस कम हो जाता है।
- रिलेशनशिप में इंटिमेसी (नज़दीकी) खत्म हो जाती है।
- कई केस में रिश्ते टूटने तक की नौबत आ जाती है।
👉 कई युवा बताते हैं कि वे अकेलेपन में तो यह करते हैं, लेकिन पार्टनर के साथ वास्तविक संतोषजनक अनुभव नहीं ले पाते।
Visit Our Men’s Health Website

मास्टर्बेशन कंट्रोल करने के उपाय – Masturbation Kese Roke
- पोर्न से दूरी बनाएँ – सबसे बड़ा ट्रिगर यही है।
- व्यायाम करें – टेस्टोस्टेरोन नेचुरली बढ़ता है।
- पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करें – सेक्स स्टैमिना बढ़ता है।
- सोशल एक्टिविटीज़ में हिस्सा लें – अकेलापन और urges कम होते हैं।
- जरूरत पड़ने पर डॉक्टर या थेरेपिस्ट से सलाह लें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
नहीं, कभी-कभार करने से गंभीर समस्या नहीं होती। लेकिन अत्यधिक और लत की तरह करने से सेक्सुअल व मानसिक हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है।
हाँ, लंबे समय में यह ED, जल्दी स्खलन और अराउज़ल प्रॉब्लम पैदा कर सकता है।
बार-बार करने से टेस्टोस्टेरोन दब जाता है, जिससे थकान, मसल लॉस और लो लिबिडो जैसी समस्याएँ होती हैं।
अत्यधिक हस्तमैथुन से शुक्राणुओं की क्वालिटी और मोटिलिटी पर असर पड़ सकता है, जिससे गर्भधारण में कठिनाई आती है।
पोर्न से दूरी, हेल्दी लाइफस्टाइल, व्यायाम और थेरेपी से आप धीरे-धीरे इस आदत पर काबू पा सकते हैं।
दोस्तों, अब आप समझ चुके होंगे कि Masturbation Karne Ke 5 Nuksan केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक और रिश्तों पर भी असर डालते हैं। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से लेकर डिप्रेशन और रिश्तों की दूरी तक, इसके नुकसान गंभीर हो सकते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी सेक्स लाइफ, आत्मविश्वास और रिश्ते बेहतर बने रहें, तो आज ही इस आदत को कंट्रोल करना शुरू करें।