आप एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की कोशिश करते हैं – जिम जाते हैं, अच्छा दिखने का प्रयास करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कुछ दैनिक आदतें, जिन्हें आप सामान्य समझते हैं, आपके पौरुष और पिता बनने की क्षमता पर चुपचाप हमला कर रही हैं?
अगर आपका वीर्य पानी की तरह पतला हो गया है और गर्भधारण में मुश्किलें आ रही हैं, तो यह एक चेतावनी है। यह इस बात का संकेत है कि आपके शुक्राणु (Sperm) कमजोर हो रहे हैं।
भारत के जाने-माने पुरुष स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता, उन 10 छिपे हुए दुश्मनों का पर्दाफाश कर रहे हैं जो आपकी फर्टिलिटी को नष्ट कर रहे हैं। इन आदतों को पहचानें और आज ही इनसे छुटकारा पाएं।
शुक्राणुओं को कमजोर बनाने वाले 10 आदत – Virya Patla Hone Ka Karan
1. अत्यधिक हस्तमैथुन का दुष्चक्र
समस्या: रोज़ाना या दिन में कई बार हस्तमैथुन करने से शरीर को शुक्राणु दोबारा बनाने और वीर्य को गाढ़ा करने का पर्याप्त समय नहीं मिलता। इससे वीर्य की मात्रा घटती है, शरीर में कमजोरी आती है और टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी प्रभावित होता है। क्या करें?: संयम बरतें। अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाएं। हस्तमैथुन को एक आदत नहीं, बल्कि एक नियंत्रित क्रिया समझें।
2. जिम का जुनून और मिलावटी प्रोटीन पाउडर का जाल
समस्या: मसल्स बनाने की चाह में कई युवा सस्ते और मिलावटी प्रोटीन पाउडर का शिकार हो जाते हैं। इनमें अक्सर स्टेरॉयड्स और हेवी मेटल्स मिले होते हैं जो सीधे आपके अंडकोष पर हमला करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि जिम जाने वाले पुरुषों में शुक्राणुओं की गतिशीलता (motility) 2.5 गुना तक कम थी।
क्या करें?: हमेशा किसी प्रतिष्ठित और लैब-टेस्टेड ब्रांड का ही प्रोटीन सप्लीमेंट लें। सबसे बेहतर है कि आप अंडे, पनीर, चिकन और दाल जैसे प्राकृतिक प्रोटीन स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करें।
3. ‘सिटिंग जॉब’ का बढ़ता खतरा
समस्या: चाहे ऑफिस हो या घर, घंटों तक एक ही कुर्सी पर बैठे रहने से आपके अंडकोष (testicles) का तापमान शरीर के बाकी हिस्सों से बढ़ जाता है। यह बढ़ा हुआ तापमान शुक्राणुओं के उत्पादन के लिए घातक है और उन्हें धीरे-धीरे नष्ट कर देता है।
क्या करें?: हर घंटे में 5 मिनट का ब्रेक लें और थोड़ा टहलें। एक आरामदायक कुर्सी का उपयोग करें और लंबे समय तक गाड़ी चलाने से बचें।
4. जंक फूड और खराब पोषण
समस्या: पिज्जा, बर्गर, नूडल्स जैसे प्रोसेस्ड फूड और अत्यधिक चाय-कॉफी आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं देते। शुक्राणुओं को स्वस्थ रहने के लिए जिंक, सेलेनियम और एंटीऑक्सीडेंट्स की आवश्यकता होती है, जो जंक फूड में नहीं होते। क्या करें?: अपनी डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां, नट्स (अखरोट, बादाम) और बीज (कद्दू के बीज) शामिल करें। यह शुक्राणुओं के लिए सुपरफूड का काम करते हैं।
5. सिगरेट और शराब: स्टाइल नहीं, तबाही
समस्या: सिगरेट और शराब शुक्राणुओं के सबसे बड़े दुश्मन हैं। ये शुक्राणुओं के डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं, उनकी बनावट को बिगाड़ते हैं और उनकी गति को धीमा कर देते हैं। ये आदतें आपके स्पर्म काउंट को 50% तक कम कर सकती हैं
क्या करें?: यदि आप पितृत्व को लेकर गंभीर हैं तो इन आदतों को पूरी तरह से छोड़ना ही एकमात्र विकल्प है।
6. अदृश्य शत्रु: माइक्रो-प्लास्टिक
समस्या: प्लास्टिक की बोतलों, डिब्बों और थैलियों से निकलने वाले सूक्ष्म कण (microplastics) भोजन और पानी के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। ये कण हार्मोनल असंतुलन पैदा करते हैं और शुक्राणुओं के उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं।
क्या करें?: प्लास्टिक के बर्तनों में खाने और गर्म करने से बचें। पानी पीने के लिए स्टील या तांबे की बोतल का प्रयोग करें।
7. नींद की बलि देना
समस्या: देर रात तक मोबाइल चलाना, नेटफ्लिक्स देखना या गेमिंग करना आपकी नींद छीन रहा है। जब आप सोते हैं, तभी आपका शरीर टेस्टोस्टेरोन बनाता है, जो शुक्राणु उत्पादन के लिए सबसे महत्वपूर्ण हार्मोन है। अपर्याप्त नींद मतलब कम टेस्टोस्टेरोन और कमजोर शुक्राणु।
क्या करें?: हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद सुनिश्चित करें। सोने से एक घंटा पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को दूर रख दें।
8. तनाव: दिमाग से अंडकोष तक का हमला
समस्या: करियर, रिश्ते या पैसे का तनाव आपके शरीर में ‘कोर्टिसोल’ नामक स्ट्रेस हार्मोन को बढ़ाता है। यह हार्मोन सीधे टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को रोकता है, जिससे आपकी ‘स्पर्म फैक्ट्री’ का काम ठप पड़ जाता है।
क्या करें?: योग, ध्यान (meditation) या व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। जीवन में तनाव को हावी न होने दें, क्योंकि आपकी सेहत से बढ़कर कुछ नहीं।
9. अतिरिक्त गर्मी: अपने अंडकोष को ‘सेकना’ बंद करें
समस्या: टाइट अंडरवियर पहनना, गोद में लैपटॉप रखकर काम करना, स्टीम या सौना बाथ लेना और बहुत गर्म पानी से नहाना—ये सभी आदतें आपके अंडकोष को ज़रूरत से ज़्यादा गर्म करती हैं।
क्या करें?: दिल्ली की इस गर्मी में ढीले-ढाले और सूती अंडरवियर पहनें। इन गर्म आदतों से बचें ताकि आपके शुक्राणु एक स्वस्थ वातावरण में बन सकें।
10. प्रदूषण और केमिकल्स का कहर
समस्या: हवा में घुला जहर, पानी में मिले केमिकल्स और फलों-सब्जियों पर छिड़के जाने वाले कीटनाशक, ये सभी हमारे शरीर में जाकर शुक्राणुओं की गुणवत्ता को नष्ट कर रहे हैं।
क्या करें?: ऑर्गेनिक और स्थानीय रूप से उगाए गए खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें। बाहर निकलते समय मास्क पहनें और घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने पर विचार करें।
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ये 10 आदतें छोटी लग सकती हैं, लेकिन इनका प्रभाव बहुत गहरा है। आप इन आदतों के गुलाम बने रह सकते हैं और अपने पिता बनने के सपने को खतरे में डाल सकते हैं, या आप आज से ही एक स्वस्थ बदलाव की शुरुआत कर सकते हैं।
यदि आपको कोई भी लक्षण महसूस हो रहा है, तो पहला कदम एक साधारण स्पर्म एनालिसिस टेस्ट करवाना है। किसी भी शंका के समाधान के लिए, डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ से मिलें और सही मार्गदर्शन प्राप्त करें।