गुर्दे की पथरी के 5 संकेत और लक्षण

किडनी स्टोन, (Kidney Stone Treatment in Delhi) जिसे आम भाषा में पथरी कहा जाता है, एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो आजकल बहुत से लोगों को प्रभावित कर रही है। यह छोटे-छोटे कठोर क्रिस्टल्स होते हैं जो किडनी या मूत्रमार्ग में बनते हैं और कई बार असहनीय दर्द का कारण बनते हैं। अगर पथरी के लक्षणों को समय पर पहचान लिया जाए, तो इसका इलाज आसान और प्रभावी हो सकता है। इस ब्लॉग में हम पथरी के 5 प्रमुख लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि आप सतर्क रहें और सही समय पर चिकित्सकीय सलाह ले सकें। साथ ही, हम बचाव के उपाय और उपचार के विकल्पों पर भी प्रकाश डालेंगे।

किडनी स्टोन के लक्षण – Symptoms of Kidney Stones in Hindi

हम पथरी के 5 प्रमुख लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि आप सतर्क रहें और सही समय पर चिकित्सकीय सलाह ले सकें।

1. पेट या कमर में तेज और असहनीय दर्द

किडनी स्टोन का सबसे प्रमुख और आम लक्षण है पेट के निचले हिस्से, कमर, या पेट की एक तरफ तेज दर्द। इस दर्द को चिकित्सकीय भाषा में रेनल कोलिक कहा जाता है। यह दर्द अचानक शुरू हो सकता है और लहरों की तरह आता-जाता रहता है। कई मरीजों का कहना है कि यह दर्द इतना तीव्र होता है कि उन्हें न तो बैठने में आराम मिलता है और न ही लेटने में।

  • क्यों होता है यह दर्द?
    पथरी जब किडनी से यूरेटर (मूत्रनली) की ओर बढ़ती है, तो यह मूत्र के प्रवाह में रुकावट पैदा करती है। इस रुकावट से किडनी में दबाव बढ़ता है, जो तीव्र दर्द का कारण बनता है। दर्द की तीव्रता पथरी के आकार और स्थान पर निर्भर करती है। छोटी पथरी भी कभी-कभी ज्यादा दर्द दे सकती है, क्योंकि यह मूत्रनली की दीवारों को खरोंच देती है।
  • क्या करें?
    अगर आपको अचानक पेट या कमर में तेज दर्द महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत किसी अनुभवी यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, या सीटी स्कैन के जरिए पथरी का सटीक निदान कर सकते हैं। दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर दवाइयां दे सकते हैं, और जरूरत पड़ने पर पथरी को निकालने के लिए उचित उपचार सुझा सकते हैं।

2. पेशाब में खून आना (हैमट्यूरिया)

पेशाब में खून आना किडनी स्टोन का एक गंभीर और ध्यान देने योग्य लक्षण है। इसे चिकित्सकीय भाषा में हैमट्यूरिया कहा जाता है। पथरी के कारण मूत्रमार्ग की दीवारों में जलन या खरोंच पड़ने से पेशाब का रंग गुलाबी, लाल, या भूरा हो सकता है।

  • क्या यह हमेशा दिखाई देता है?
    कई बार खून इतनी कम मात्रा में होता है कि यह नग्न आंखों से दिखाई नहीं देता और केवल माइक्रोस्कोप या यूरिन टेस्ट से ही पता चलता है। इसे माइक्रोस्कोपिक हैमट्यूरिया कहते हैं। लेकिन अगर आपको पेशाब का रंग असामान्य दिखे, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
  • अन्य संभावित कारण
    हालांकि पेशाब में खून आना किडनी स्टोन का लक्षण हो सकता है, लेकिन यह मूत्रमार्ग में संक्रमण, किडनी की अन्य बीमारियों, या ब्लैडर की समस्याओं का भी संकेत हो सकता है। इसलिए सही निदान बहुत जरूरी है।
  • क्या करें?
    पेशाब में खून दिखने पर तुरंत यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। यूरिन टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, या अन्य जांचों के जरिए पथरी की पुष्टि की जा सकती है। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ इस स्थिति का सटीक मूल्यांकन कर उचित उपचार सुझाते हैं।

3. बार-बार पेशाब आना या पेशाब में जलन

क्या आपको बार-बार पेशाब करने की इच्छा हो रही है, लेकिन पेशाब बहुत कम मात्रा में आ रहा है? या फिर पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस हो रहा है? यह लक्षण भी किडनी स्टोन की ओर इशारा कर सकते हैं।

  • क्यों होता है यह लक्षण?
    जब पथरी मूत्रनली या मूत्राशय के पास पहुंचती है, तो यह मूत्राशय को उत्तेजित करती है। इससे मरीज को बार-बार पेशाब करने की इच्छा होती है, लेकिन मूत्र का प्रवाह सामान्य नहीं रहता। इसके अलावा, पथरी के कारण मूत्रमार्ग की दीवारों में जलन या खरोंच पड़ने से पेशाब करते समय दर्द या जलन हो सकती है।
  • अन्य संभावित कारण
    यह लक्षण मूत्रमार्ग में संक्रमण (यूटीआई) या अन्य समस्याओं के कारण भी हो सकता है। इसलिए सही निदान के लिए जांच जरूरी है।
  • क्या करें?
    खूब पानी पिएं, क्योंकि यह पथरी को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। लेकिन इस लक्षण को नजरअंदाज न करें। तुरंत किसी यूरोलॉजिस्ट से मिलें, जो यूरिन टेस्ट और इमेजिंग टेस्ट के जरिए पथरी का स्थान और आकार पता लगा सकते हैं। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ इस स्थिति में मरीजों को सही दिशा-निर्देश देते हैं।

4. मतली और उल्टी

किडनी स्टोन का दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि यह मतली और उल्टी का कारण बन जाए। यह लक्षण आमतौर पर तब होता है जब पथरी मूत्र के प्रवाह को पूरी तरह या आंशिक रूप से रोक देती है।

  • क्यों होती है मतली और उल्टी?
    तीव्र दर्द के कारण तंत्रिका तंत्र पर दबाव पड़ता है, जो पेट और आंतों को प्रभावित करता है। इसके अलावा, अगर पथरी के कारण किडनी में सूजन या दबाव बढ़ता है, तो यह भी मतली और उल्टी का कारण बन सकता है।
  • कब हो सकता है गंभीर?
    अगर मतली और उल्टी के साथ तेज दर्द और बुखार भी हो, तो यह स्थिति गंभीर हो सकती है। यह किडनी में संक्रमण या अन्य जटिलताओं का संकेत हो सकता है।
  • क्या करें?
    मतली और उल्टी के साथ दर्द होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें। डॉक्टर दर्द निवारक दवाइयां दे सकते हैं और पथरी के आकार व स्थिति के आधार पर उपचार सुझा सकते हैं। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे अनुभवी यूरोलॉजिस्ट इस स्थिति को जल्दी और प्रभावी ढंग से संभाल सकते हैं।

5. बुखार और ठंड लगना

पथरी के कारण अगर मूत्रमार्ग में संक्रमण (इन्फेक्शन) हो जाए, तो बुखार और ठंड लगना जैसे लक्षण दिख सकते हैं। यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसे चिकित्सकीय भाषा में यूरोसेप्सिस कहा जाता है।

  • क्यों होता है बुखार?
    जब पथरी मूत्र के प्रवाह को रोक देती है, तो मूत्र किडनी में जमा होने लगता है। इससे बैक्टीरिया पनपने का मौका मिलता है, जो इन्फेक्शन का कारण बनता है। यह इन्फेक्शन बुखार और ठंड लगने का कारण बन सकता है।
  • कब हो सकता है आपातकाल?
    अगर बुखार के साथ तेज दर्द, मतली, उल्टी, या कमजोरी महसूस हो, तो यह आपातकालीन स्थिति हो सकती है। यूरोसेप्सिस जानलेवा हो सकता है अगर समय पर इलाज न हो।
  • क्या करें?
    बुखार और ठंड लगने की स्थिति में तुरंत अस्पताल जाएं। यूरोलॉजिस्ट यूरिन टेस्ट, ब्लड टेस्ट, और इमेजिंग टेस्ट के जरिए स्थिति का आकलन करेंगे। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ एंटीबायोटिक्स और अन्य उपचारों के जरिए इस स्थिति को नियंत्रित कर सकते हैं।
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किडनी स्टोन से बचाव के लिए उपाय – How to Prevent Kidney Stones in Hindi

पथरी की समस्या से बचने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं। ये न केवल पथरी को बनने से रोकते हैं, बल्कि आपकी समग्र सेहत को भी बेहतर रखते हैं।

  • खूब पानी पिएं: दिन में कम से कम 2.5-3 लीटर पानी पीना जरूरी है। पर्याप्त पानी मूत्र को पतला रखता है और क्रिस्टल्स को जमने से रोकता है। गर्मियों में या शारीरिक श्रम के दौरान पानी की मात्रा और बढ़ाएं।
  • नमक और चीनी का सेवन कम करें: ज्यादा नमक और चीनी पथरी का खतरा बढ़ाते हैं। प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड, और सोडा से बचें।
  • संतुलित आहार लें: ऑक्सलेट से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे पालक, चुकंदर, और चॉकलेट का सेवन सीमित करें। साथ ही, कैल्शियम और यूरिक एसिड युक्त चीजों को संतुलित मात्रा में लें। साइट्रस फल जैसे नींबू और संतरा मूत्र को क्षारीय बनाते हैं, जो पथरी को रोकने में मदद करता है।
  • नियमित व्यायाम करें: रोजाना 30 मिनट का व्यायाम मेटाबॉलिज्म को बेहतर रखता है और मोटापे को नियंत्रित करता है, जो पथरी का एक जोखिम कारक है।
  • वजन नियंत्रित रखें: मोटापा किडनी स्टोन का खतरा बढ़ाता है। स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार से वजन को नियंत्रित करें।
  • नियमित जांच करवाएं: अगर आपके परिवार में किसी को पथरी की समस्या रही है, तो नियमित रूप से यूरिन टेस्ट और किडनी की जांच करवाएं।
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किडनी स्टोन का उपचार – Kidney Stone Treatment in Hindi

आज के समय में किडनी स्टोन का इलाज बहुत आसान और प्रभावी हो गया है। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे अनुभवी यूरोलॉजिस्ट आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके मरीजों को तेजी से राहत प्रदान करते हैं। कुछ प्रमुख उपचार विकल्प हैं:

  • दवाइयां: छोटी पथरी को दवाइयों और खूब पानी पीने से बाहर निकाला जा सकता है।
  • लेजर लिथोट्रिप्सी: यह एक गैर-सर्जिकल तकनीक है, जिसमें लेजर की मदद से पथरी को तोड़ा जाता है।
  • यूरेटेरोस्कोपी: एक पतली ट्यूब की मदद से पथरी को सीधे निकाला जाता है।
  • मिनिमली इनवेसिव सर्जरी: बड़ी पथरी के लिए छोटे चीरे के जरिए सर्जरी की जाती है।
  • ESWL (एक्सट्राकॉर्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी): शॉक वेव्स की मदद से पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाता है, जो मूत्र के साथ बाहर निकल जाती है।

उपचार का चयन पथरी के आकार, स्थान, और मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ सटीक निदान और व्यक्तिगत उपचार योजना बनाकर मरीजों को जल्दी ठीक करते हैं।

किडनी स्टोन एक ऐसी समस्या है, जिसे समय पर पहचानकर और सही उपचार से पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। पेट या कमर में तेज दर्द, पेशाब में खून, बार-बार पेशाब या जलन, मतली और उल्टी, और बुखार या ठंड लगना जैसे लक्षणों को कभी भी हल्के में न लें। ये लक्षण न केवल किडनी स्टोन की ओर इशारा करते हैं, बल्कि गंभीर जटिलताओं का संकेत भी हो सकते हैं।

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो बिना देर किए किसी अनुभवी यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता जैसे विशेषज्ञ आपकी स्थिति का सटीक मूल्यांकन कर आपको उचित उपचार प्रदान करेंगे। अपनी सेहत को प्राथमिकता दें, खूब पानी पिएं, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं ताकि पथरी जैसी समस्याओं से बचा जा सके।

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