किडनी कैंसर: कारण, लक्षण और उपचार

किडनी कैंसर तब होता है जब गुर्दे की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और एक ट्यूमर का निर्माण करती हैं। यह कैंसर धीरे-धीरे विकसित हो सकता है और लंबे समय तक लक्षण नहीं देता, जिससे इसका समय रहते पता लगाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों और समय पर उपचार से किडनी कैंसर का प्रभावी इलाज संभव है।

किडनी कैंसर के प्रकार – Types of Kidney Cancer in Hindi

  • रीनल सेल कार्सिनोमा (RCC) – सबसे सामान्य प्रकार, लगभग 85% मामलों में।
  • संक्रमणकालीन कोशिका कार्सिनोमा – मूत्रवाहिनी से जुड़ी हुई किडनी के भाग में शुरू होता है।
  • विल्म्स ट्यूमर – मुख्य रूप से बच्चों में पाया जाता है।
  • रीनल सार्कोमा – दुर्लभ और आक्रामक प्रकार का किडनी कैंसर।

किडनी कैंसर के लक्षण – Symptoms of Kidney Cancer in Hindi

कई बार शुरुआती स्टेज में कोई लक्षण नहीं दिखते, लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं:

किडनी कैंसर के कारण और जोखिम कारक – Causes of Kidney Cancer in Hindi

किडनी कैंसर का सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन कुछ कारक इसके खतरे को बढ़ा सकते हैं:

निदान और परीक्षण

किडनी कैंसर के निदान के लिए निम्न परीक्षण किए जा सकते हैं:

  • मूत्र परीक्षण: पेशाब में खून या अन्य असामान्यताओं का पता लगाना
  • रक्त परीक्षण: किडनी की कार्यक्षमता और एनीमिया की जांच
  • अल्ट्रासाउंड: किडनी की संरचना देखने के लिए
  • सीटी स्कैन / एमआरआई: ट्यूमर की स्थिति और फैलाव को जानने के लिए
  • बायोप्सी: ट्यूमर से ऊतक लेकर कैंसर की पुष्टि

किडनी कैंसर के स्टेज – Stages of Kidney Cancer in Hindi

कैंसर को चार चरणों में बांटा जाता है:

  • स्टेज I: ट्यूमर छोटा होता है और केवल किडनी तक सीमित होता है।
  • स्टेज II: ट्यूमर बड़ा होता है लेकिन अभी भी किडनी तक ही सीमित रहता है।
  • स्टेज III: ट्यूमर पास की रक्त वाहिकाओं या लिम्फ नोड्स तक फैल गया होता है।
  • स्टेज IV: कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों तक फैल चुका होता है (मेटास्टेसिस)।

किडनी कैंसर का उपचार – Treatment of Kidney Cancer in Hindi

किडनी कैंसर के इलाज में विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं:

1. सर्जरी
  • आंशिक नेफरेक्टोमी: सिर्फ ट्यूमर वाला भाग हटाया जाता है।
  • रेडिकल नेफरेक्टोमी: पूरी किडनी को हटा दिया जाता है।
2. एब्लेशन तकनीक
3. रेडिएशन थेरेपी

सर्जरी के लिए अयोग्य मरीजों में लक्षणों को कम करने के लिए।

4. लक्षित दवा चिकित्सा (Targeted Therapy)

कैंसर को पोषण देने वाली रक्त वाहिकाओं या प्रोटीन को रोकने वाली दवाएं।

5. इम्यूनोथेरेपी

प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके कैंसर से लड़ने की प्रक्रिया।

6. कीमोथेरेपी

कम ही मामलों में उपयोगी, जब अन्य उपचार विफल हो जाएं।

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रोकथाम के उपाय – Preventive Measures of Kidney Stone in Hindi

हालाँकि किडनी कैंसर को पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियां अपनाकर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है:

  • धूम्रपान छोड़ें
  • संतुलित आहार लें और वजन नियंत्रित रखें
  • नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं
  • पर्याप्त पानी पिएं
  • नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं, खासकर अगर पारिवारिक इतिहास हो
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पूर्वानुमान (Prognosis)

  • अगर किडनी कैंसर का पता जल्दी लग जाए, तो इसका इलाज पूरी तरह से संभव है।
  • शुरुआती चरण में उपचार से 5-वर्षीय जीवित रहने की दर लगभग 93% होती है।
  • लेट स्टेज या मेटास्टेटिक कैंसर में यह दर घटकर 12% से 50% तक हो सकती है।

किडनी कैंसर एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय रोग है। इसके लक्षणों को समझना और समय पर निदान करवाना बेहद जरूरी है। यदि आपको कोई भी संदेह हो, तो तुरंत किसी योग्य यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

डॉ. विजयंत गोविंदा गुप्ता, वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट, किडनी कैंसर के निदान और उपचार में विशेषज्ञता रखते हैं। परामर्श के लिए आज ही अपॉइंटमेंट लें।

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