आजकल इंटरनेट, सोशल मीडिया और फिटनेस इंडस्ट्री में शिलाजीत को एक “सुपरफूड” के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। दावे किए जाते हैं कि इससे ताकत, स्टैमिना, सेक्सुअल हेल्थ, मसल्स ग्रोथ, डायबिटीज, हाई बीपी – हर चीज़ का इलाज हो जाता है। लेकिन क्या वाकई शिलाजीत इतनी चमत्कारी है? या फिर यह एक मार्केटिंग स्कैम है जिसमें नकली प्रोडक्ट्स और झूठे वादों के सहारे लोगों को भ्रमित किया जा रहा है? इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
- शिलाजीत क्या है?
- इसके असली और नकली प्रोडक्ट्स की पहचान कैसे करें?
- शिलाजीत के वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित फायदे और झूठे दावे
- शिलाजीत का सेवन कैसे करें?
- किन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए?
शिलाजीत क्या है? – What Is Shilajit in Hindi
शिलाजीत एक प्राकृतिक राल (resin) है जो हिमालय, तिब्बत और अल्ताई जैसे ऊँचे पर्वतों में हजारों साल पुराने जैविक पदार्थों (पेड़-पौधों और जानवरों के अवशेष) के विघटन से बनती है। यह गाढ़े भूरे या काले रंग की होती है, जिसमें विशेष प्रकार की गंध होती है।
- फल्विक एसिड (Fulvic Acid) – 60% से अधिक
- अन्य मिनरल्स – कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि
फल्विक एसिड एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर को ऊर्जावान बनाने, सेल्स को रिपेयर करने और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है।
शिलाजीत के वैज्ञानिक रूप से सिद्ध फायदे
डॉ. विजंयत गोविंदा गुप्ता, जो एक यूरोलॉजिस्ट और सेक्सुअल हेल्थ स्पेशलिस्ट हैं, बताते हैं कि शिलाजीत को सही तरीके से और शुद्ध रूप में लेने पर ये फायदे देखे गए हैं:
1. टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाता है
एनसीबीआई और आयुर्वेदिक जनरल्स के अनुसार, शुद्ध शिलाजीत के नियमित सेवन से टेस्टोस्टेरोन में 20-25% तक बढ़ोतरी हो सकती है। यह पुरुषों की यौन क्षमता, मसल रिकवरी और स्टैमिना के लिए लाभकारी है।
2. थकान और कमजोरी में राहत
शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट थकान, फटीग और शारीरिक कमजोरी को कम करते हैं।
3. फर्टिलिटी और स्पर्म काउंट में सुधार
शिलाजीत का नियमित सेवन शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या को बेहतर बनाता है।
4. एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी
फल्विक एसिड की वजह से यह शरीर में सूजन को कम करता है और इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है।
5. मानसिक तनाव और चिंता में राहत
कुछ रिसर्च में यह भी पाया गया है कि शिलाजीत मूड सुधारने और स्ट्रेस कम करने में मदद कर सकता है।
झूठे दावे और मार्केटिंग स्कैम
कुछ दावे जो सोशल मीडिया और सप्लीमेंट इंडस्ट्री द्वारा किए जा रहे हैं, पूरी तरह गलत हैं:
- मांसपेशियों का तुरंत विकास
- डायबिटीज का इलाज
- हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना
- सुपरह्यूमन ताकत – जैसे “500 लोगों की डेडलिफ्ट”
इन सभी दावों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। शिलाजीत एक सप्लीमेंट है, जादू नहीं।
नकली शिलाजीत की पहचान कैसे करें?
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मार्केट में बिकने वाले 70% से अधिक शिलाजीत नकली होते हैं, जिनमें भारी धातुएं (heavy metals), कोल टार और हानिकारक केमिकल्स मिले होते हैं।
असली शिलाजीत की पहचान:
- पानी में घुलने की क्षमता: असली शिलाजीत तुरंत घुल जाती है, रंग नहीं छोड़ती।
- टेक्सचर: लचीली और रबर जैसी होती है। नकली शिलाजीत कठोर होती है और टूट जाती है।
- जलाने पर: असली शिलाजीत नहीं जलती, नकली तुरंत जल जाती है।
- गंध: मिट्टी जैसी प्राकृतिक गंध होती है।
- लैब रिपोर्ट: अच्छे ब्रांड्स के पास थर्ड पार्टी लैब टेस्ट की रिपोर्ट होती है।
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शिलाजीत का सेवन कैसे करें?
- मात्रा: रोजाना 300 से 500 mg
- कैसे लें: पानी, दूध या शहद के साथ
- कब लें: खाली पेट लेने से बेहतर अवशोषण होता है
विशेष सावधानियाँ:
- डायबिटीज और हाई बीपी के मरीज डॉक्टर की सलाह लेकर ही सेवन करें।
- गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे इसका सेवन न करें।
- हमेशा केवल भरोसेमंद और लैब-टेस्टेड ब्रांड से ही शिलाजीत खरीदें।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) – शिलाजीत के बारे में विस्तृत जानकारी
शिलाजीत मुख्यतः वयस्क पुरुषों के लिए उपयोगी माना जाता है। आमतौर पर इसे 18 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों द्वारा सेवन किया जा सकता है।
18-40 वर्ष: टेस्टोस्टेरोन बूस्ट, स्टैमिना और सेक्स ड्राइव बढ़ाने के लिए उपयोगी।
40+ वर्ष: थकान, कमजोरी, कमजोरी और मानसिक तनाव कम करने में सहायक हो सकता है।
60+ वर्ष: यदि कोई गंभीर बीमारी या किडनी/लीवर संबंधी समस्या नहीं है तो सीमित मात्रा में सेवन किया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह से।
बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को शिलाजीत नहीं लेना चाहिए।
हां, लेकिन उचित मात्रा में और सीमित अवधि के लिए।
सामान्य डोज़: 300mg से 500mg प्रतिदिन
इसे 2-3 महीने तक लिया जा सकता है, फिर 1 महीने का ब्रेक देना चाहिए।
लगातार और अत्यधिक मात्रा में लेने से शरीर में लो ब्लड प्रेशर, सिर दर्द, पेट की गड़बड़ी या मेटल टॉक्सिसिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हां, शुद्ध शिलाजीत में मौजूद फल्विक एसिड और ट्रेस मिनरल्स शरीर के टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन को प्राकृतिक रूप से बूस्ट कर सकते हैं।
एक स्टडी (J Ethnopharmacol, 2016) में पाया गया कि 90 दिन तक 500mg शिलाजीत के सेवन से पुरुषों में कुल टेस्टोस्टेरोन लेवल में 20-25% की वृद्धि हुई।
हालांकि, यह असर सभी लोगों में समान नहीं होता और लाइफस्टाइल व डाइट का भी इसमें योगदान होता है।
शिलाजीत लिबिडो (sex drive) बढ़ाने, स्टैमिना सुधारने और शुक्राणु की संख्या व गति (motility) को बेहतर करने में मदद कर सकता है।
यह विशेषकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें तनाव, उम्र या हार्मोनल असंतुलन के कारण यौन दुर्बलता की समस्या हो।
परंतु यह Viagra या किसी मेडिकल दवा का विकल्प नहीं है। यदि आपको Erectile Dysfunction या Premature Ejaculation जैसी समस्या है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
शिलाजीत डायरेक्टली वजन नहीं बढ़ाता, लेकिन यह आपके शरीर की ऊर्जा, रिकवरी, और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है – जो वर्कआउट और न्यूट्रिशन के साथ मिलकर मसल्स ग्रोथ में सहायक हो सकता है।
यह जिम जाने वालों और एथलीट्स के लिए एक नेचुरल सप्लीमेंट हो सकता है, लेकिन केवल शिलाजीत से बॉडी बनाना संभव नहीं है।
नकली या अशुद्ध शिलाजीत में कोल टार, सीसा (lead), आर्सेनिक (arsenic), या अन्य हानिकारक धातुएं मिलाई जा सकती हैं। इसके कारण हो सकते हैं:
पेट दर्द या उल्टी
किडनी या लिवर डैमेज
हार्मोनल असंतुलन
स्किन एलर्जी या पिंपल्स
इसलिए हमेशा थर्ड पार्टी लैब टेस्टेड, आयुष अप्रूव्ड और ब्रांडेड शिलाजीत ही खरीदें।
शिलाजीत कोई जादू की दवा नहीं है, लेकिन सही और शुद्ध रूप में लिया जाए तो यह शरीर की ताकत, स्टैमिना, सेक्सुअल हेल्थ और एनर्जी को बेहतर बनाने में असरदार हो सकता है। नकली शिलाजीत से सावधान रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है।